महेन्द्र सिंह / पांडुका नवापारा राजिम : ईश्वर का खेल बहुत ही अजीब होता है कब कहां क्या हो कोई नहीं जानता करो ना कॉल के विषम परिस्थिति में धरतीपुत्र ने सारे कष्टों को झेल कर धान की फसल लगाई जब उसका फल मिलने का समय अर्थात धान की बालियां आने लगी और कमोबे सी सोलह आने फसल की उम्मीद थी किसान बेहद गदगद था दो सप्ताह पूर्व से भीषण गर्मी उमस से लग रहा था कुछ तो गड़बड़ है 3 दिन से पूरे अंचल में घने बादल छाए रहे और दिनांक 3 अक्टूबर तथा 4 अक्टूबर की घनघोर बारिश ने ऐसा एहसास कराया जैसे सावन या भादो का महीना हो अर्ली वैरायटी की धान जो दस 15 दिन के बाद कटने वाली थी कई जगह कटाई भी शुरू हो गई थी मूसलाधार बारिश में किसान विवश होकर प्रकृति का क्रूर खेल देखता रहा पांडुका ग्राम के सीमांत किसान नंदू पटेल ने कहा 3 महीने की मेहनत ईश्वर ने चंद घंटों में तबाह कर दिया वही प्रगतिशील कृषक महेंद्र कुमार साहू कूक्दा वाले ने भरे गले से कहा किसान पर चारों तरफ की मार पड़ रही है आसमान छूते कीटनाशक के दाम महंगे खाद बीज महंगी मजदूरी इसके बाद सावन भादो जैसी बारिश से ऐसा लगता है मानो प्रकृति खेतों में नहीं हर किसान के छाती में तांडव कर रही है ऐसी कौन सी भूल किसान से होती है जो ईश्वर सबसे ज्यादा हमें दंड देता है वही सरकड़ा ग्राम के बड़े किसान चंद्र प्रकाश तिवारी ने कहा बारिश के बाद खेत में जाओ तो लगता है इसको इतने महीने से हमने मेहनत से पल्लवित किया और बारिश के कहर से सारी उम्मीद पानी के साथ बह जाती हैं यही के आदर्श कृषक बंधु तीजूराम निषाद भुनेश्वर निषाद जिन्होंने धान और सब्जी की फसल रेग में जमीन लेकर फर्श से अर्श तक पहुंच कर पूरे अंचल में अपनी अलग पहचान बनाई उन्होंने भरे गले से छत्तीसगढ़ वॉच के ब्यूरो चीफ महेंद्र सिंह ठाकुर से कहा रेग की जमीन का किराया लागत और हमारी मेहनत पर ईश्वर पूरी तरह से पानी फेर दिया सब्जी बाड़ी की फसल को भी धान की फसल के साथ नुकसान पहुंचा है इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक अमितेश शुक्ला से सीजी वाच ब्यूरो ने बात किया तो उन्होंने कहा प्रकृति के आगे सब नतमस्तक हैं नियमा अनुसार जो भी होगा उसके लिए पूरा प्रयास किया जाएगा वही पांडुका जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लक्ष्मी साहू ने कहा मैं लगातार किसानों के संपर्क में रहकर स्थिति का आकलन कर रही हूं यह फोटो लगाओ यार कहां अभिषेक और पूरी जानकारी मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है छुरा जनपद के युवा उपाध्यक्ष गौरव मिश्रा ने कहा मैं भी एक किसान परिवार से आता हूं मुझे भी प्रकृति के खेल से बहुत पीड़ा हो रही है हम सारे जनपद सदस्य स्थिति के आकलन के बाद धरतीपुत्र के पीड़ा को सरकार तक अवश्य पहुंचाएंगे |
फोटो-भारी बारिश से धान की फसल को बेहद नुकसान पहुंचा ।
प्रकृति का क्रूर खेल लगातार दो दिन से हो रही बारिश खड़ी धान की फसल को भारी नुकसान
