- 6000 अंको के लिए आयुक्त ने दिए निर्देश
रिसाली : सवा लाख से अधिक आबादी वाले रिसाली नगर पालिक निगम पहली बार स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में शामिल होगा। इसके लिए श्याम नगर स्थित कार्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया। 3 घंटे से भी अधिक समय तक चले कार्यशाला में अपर कलेक्टर प्रकाश कुमार सर्वे व निगम के नोडल अधिकारी रमाकांत साहू विशेष रूप से उपस्थित थे। आनलाइन कार्यशाला में निगम अधिकारियों को स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के नियमों और अंक निर्धारण के बारे में विस्तार से बताया गया। देश में पहले स्थान पर व स्वच्छ शहर की रैकिंग हासिल करने के लिए शत प्रतिशत घरों से कचरा संग्रहण, सेग्रीगेशन एमआई एस एंट्री, वाटर प्लस, सिटीजन फीडबैक ओडीएम प्लस, आदि के मापदंड पर फोकस करने कहा गया। खास बात यह है कि स्वच्छता सर्वेक्षण नगरीय निकाय के अलग-अलग श्रेणी में होगा। प्रतिस्पर्धा निर्धारित 6000 अंको के लिए है। सर्वाधिक अंक हासिल करने वाला निकाय ही विजेता के रूप में पुरस्कृत होगा।
समझें अंको की गणना को
– हर तिमाही के लिए – 2000 अंक,
– शत प्रतिशत घरों से कचरा कलेक्शन परिवहन, सेग्रीगेशन व सेनिटेशन कार्य पर – 2400 अंक,
– सिटिजन फीडबैक स्वच्छता ऐप और इनोवेशन कार्य पर – 1800 अंक
– सर्टिफिकेशन कार्य के मापदंड को पूरा करने के लिए – 1800 अंक
इस बार यह नया
देश भर में स्वचछता सर्वेक्षण 2014 से चल रहा है। हर वर्ष होने वाले स्पर्धा में कुछ न कुछ नया होता है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में पे्ररक दौड कराना है। यह दौड़ प्रत्येक नगरीय निकाय में होगा।
आयुक्त ने दिए निर्देश
आॅनलाइन कार्यशाला के बाद आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के जगरनाथ कुशवाहा, बिजेन्द्र परिहार, सतीश देवांगन, प्रभारी उपअभियंता गोपाल सिन्हा, उपअभियंता हिमांशु कावड़े की बैठक ली। जिसमें स्वच्छता सर्वेक्षण के गाइड लाइन का पालन करते हुए कार्ययोजना तैयार कर कार्य करने के निर्देश दिए।