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फिंगेश्वर में श्रीमद् भगवत कथा का हुआ समापन

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  • कोरोना महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस व मास्क के नियमों का भी पालन किया गया

फिंगेश्वर : पुरुषोत्तम मास में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा मूल पाठ का हवन के साथ पूर्णाहुति के बाद संपन्न हुआ, कार्यक्रम का आयोजन श्री सिद्धिविनायक मंदिर में किया गया, मूल पाठ भगवत आचार्य पंडित त्रिभुवन महाराज द्वारा किया गया, व यज्ञ हवन, कार्य लल्ला महाराज के द्वारा संपन्न कराया गया, कार्यक्रम में कोरोना महामारी से बचने के लिए सोशल डिस्टेंस व मास्क के नियमों का भी पालन किया गया ,मूल पाठ के मुख्य यजमान यादव परिवार से यशवंत संतोषी यादव एवं तेजेश पूनम यदु द्वारा पूजन एवं हवन कार्य संपन्न किया गया ,पंडित त्रिभुवन महाराज ने इस अवसर पर कहां की हम सबके लिए काफी शुभ अवसर है एवं सभी लोग काफी भाग्यशाली है कि पुरुषोत्तम मास में भागवत कथा का मूल पाठ, हवन के कार्य संपन्न हुए ,शास्त्रों में ऐसा वर्णन है कि व्यक्ति के कई जन्मों के पुण्य फल का उदय होता है तो व्यक्ति भागवत कथा का आयोजन और भागवत कथा का श्रवण करता है ,जबकि शास्त्रों में माना गया है कि पुरुषोत्तम मास में किया गया पूजा, संकीर्तन, यज्ञ ,हवन के कई गुना फल मिलते हैं इसलिए और भी यहां अनुष्ठान काफी महत्वपूर्ण हो जाता है ,यहां पुरुषोत्तम मास में संपन्न हो रहा है ,सभी बड़े धार्मिक जगह पर इस प्रकार के आयोजन लगातार हो रहे हैं ,कोरोना महामारी की वजह से यात्राएं स्थगित है किंतु और समय के पुरुषोत्तम मास में तीर्थों में कथा एवं तीर्थ यात्रियों से भरा रहता है, उस अभी करो ना की वजह से सभी यजमान घर में रहकर पंडितों के माध्यम से पूजा करवा रहे हैं ,विशेषकर वृंदावन में हजारों की संख्या में भागवत पाठ का आयोजन किया गया है ,जो आधुनिक संसाधन फेसबुक, यूट्यूब व टीवी चैनलों के माध्यम से कथा श्रवण कर रहे हैं  इसका भी महत्व है ,उन्होंने आगे कहा कि परीक्षित को अपने मोक्ष के लिए 7 दिन मिला था और उसी 7 दिन में उन्होंने अपने जीवन की मोक्ष प्राप्त किया है, आप महसूस करें कि सभी के जीवन में सिर्फ 7 ही दिन हैं हम इसे अधिक मान कर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं ,उन्होंने अपील की है कि पुरुषोत्तम मास अभी भी बाकी है आप सब अधिक से अधिक दान ,कीर्तन ,हवन पूजन कर अपने जीवन को सफल बनाएं ,उन्होंने सभी को सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया है ।

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