दुर्ग : शंकराचार्य कोविड हास्पिटल में मरीजों को सबसे बेहतरीन उपचार देने की कोशिश हो रही है। इसके अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं और मरीज तेजी से रिकवर हो रहे हैं। आज तीन ऐसे मरीज रिकवर हुए जिन्हें सांस लेने में दिक्कत थी, इन्हें आक्सीजन भी कुछ समय के लिए दिया गया था। उपचार की व्यवस्था देख रही प्रभारी अधिकारी डाॅ. सुगम सावंत ने बताया कि सभी मरीजों की प्रोफाइल के मुताबिक चिकित्सा दी जा रही है। को मार्बिड पेशेंट को जरूरतों के मुताबिक मेडिसीन उपलब्ध कराई जा रही है। हर मरीज की केस हिस्ट्री के मुताबिक उसकी प्रोफाइल पर काम हो रहा है। रोज शाम को मरीजों की स्थिति की मानिटरिंग होती है। स्टेबलिटी के संबंध में जानकारी देते हैं तथा आगे के ट्रीटमेंट के संबंध में विशेष रूप से डिस्कस किया जाता है। उन्होंने बताया कि नर्सिंग स्टाफ को विशेष रूप से हिदायत दी गई है कि वाइटल पैरामीटर्स पर विशेष नजर रखें। किसी भी तरह से इसमें दिक्कत होने पर तुरंत डाॅक्टर को सूचित करें। मानिटरिंग स्टाफ लगातार मरीजों की स्थिति पर नजर रखता है। आज डिस्चार्ज हुए पेशेंट सुनील कुमार ने बताया कि वे खुर्सीपार से हैं। उन्हें यहां अच्छा ट्रीटमेंट मिला। स्टाफ के माध्यम से तथा टेली कालिंग के माध्यम से भी लगातार हमारी स्थिति पर नजर रखी गई। अब हमें बहुत अच्छा लग रहा है। हम घर जा रहे हैं। संतोष शर्मा ने बताया कि यहां इलाज तथा भोजन आदि की व्यवस्था अच्छी है। सुबह के समय परिजनों से भी बात करा दी जाती है। परिजन भी इलाज को लेकर संतुष्ट हो जाते हैं। डाॅक्टर सावंत ने बताया कि मरीजों की नियमित मानिटरिंग के साथ ही फीडबैक फार्म पर भी नजर रखी जाती है। कोविड वारियर्स की संक्रमण से सुरक्षा के लिए भी विशेष व्यवस्था की जाती है और प्रोटोकाल के मुताबिक कार्य होता है। उन्होंने कहा कि साफसफाई सहित अन्य व्यवस्था पर लगातार नजर रखी जाती है। इसके साथ ही अधिकारी भी नियमित रूप से भोजन की गुणवत्ता की टेस्टिंग करते हैं।
शंकराचार्य कोविड हास्पिटल से डिस्चार्ज हुए मरीजों ने कहा, स्वस्थ होने पर महसूस कर रहे हैं सुकून
