- नेशनल हाईवे से बिल्कुल चिपका कर रखा गया है थ्रेशर मशीनों को…!
कांकेर : सड़क पर सामान फैला कर दुकानदारी करना इस क्षेत्र के व्यापारियों की बहुत पुरानी आदत है बल्कि अब तो यह आदत पीढ़ी दर पीढ़ी की परंपरा बन गई है। शासन द्वारा अनेक बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद व्यापारी अपने सामानों को सड़क तक फैला देना नहीं छोड़ते और सरकार ऐसी है कि मात्र धमकी देती रह जाती है कि सामान राजसात किया जाएगा । करती कभी नहीं । इसीलिए दुकानदारों के हौसले दिन-ब-दिन बुलंद होते जा रहे हैं और वे सामान फैला फैला कर यातायात पुलिस तथा सड़क पर चलने वालों का सर दर्द बढ़ाते रहते हैं । अधिकतर व्यापारी थोड़ा बहुत सामान फैलाते ही हैं लेकिन एक नए नौजवान व्यापारी अमित मशीनरी के प्रोपराइटर ने सोचा कि जब अतिक्रमण ही करना है तो उसमें कंजूसी क्यों करना… ? और जब सभी ऐसा कर रहे हैं, तो हम तो नौजवान हैं ,कुछ बढ़ चढ़कर क्यों न करें ? इसीलिए इस नौजवान व्यापारी ने नेशनल हाईवे तथा बर्देभाटा मार्ग में भारी तादाद में थ्रेशर मशीनों को ग्राहकों के लिए प्रदर्शनी बना कर रख दिया है। शायद इसके पीछे यह विचार भी हो सकता है कि जो सामान दिखता है ,वही बिकता है ,इसके अलावा इतनी सारी मशीनों को रखने के लिए बड़ा भारी गोदाम लगता है, जिसका किराया भी बड़ा भारी होता है , जब सरकार की सड़क ही अपनी है , तो फिर व्यर्थ में किराया देकर अपनी अर्थव्यवस्था को कमजोर क्यों करें इसीलिए इस नौजवान चतुर व्यापारी ने अपनी थ्रेशर मशीनें नेशनल हाईवे तथा बर्देभाटा रोड में किसान भाइयों के लिए प्रदर्शन हेतु रख दी हैं और एक प्रकार से इन सड़कों को अपनी ही दुकान तथा अपना ही गोदाम बना दिया है । कांकेर का प्रशासन जो कि एक सब्जी वाली कोचनीन का भी पसरा हटाने में डरता है, उससे यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वह अमित भैया का एक भी थ्रेशर वहां से हटा सकेगा । अतः उचित यही होगा कि जिस नेशनल हाईवे तथा जिस बर्दे भाटा रोड की बात उपरोक्त समाचार में कही गई है , उसका 30 साल का पट्टा ही बना कर अमित भैया को बुलाकर समारोह पूर्वक सौंप दिया जाए अथवा उनकी दुकान पर पहुंचा दिया जाए ताकि एक काम तो ढंग का हो जाए और कांकेर के हमारे दूसरे व्यापारी भाइयों को भी अतिक्रमण का सुनहरा मौका मिल सके।
पटवारी जी को इसकी सूचना दी गई तो पटवारी जी ने तत्काल जाकर करवाही करता हूं का आश्वासन दिया है….।।।।