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अलकायदा मॉड्यूल से पूछताछ में बड़ा खुलासा : ड्रोन से आने थे हथियार-विस्फोटक, बंगाल में नेता की हत्या की थी साज़िश

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नई दिल्ली: बंगाल और केरल में पकड़े गए अलकायदा मॉड्यूल से पूछताछ के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है. खुलासा ये कि आतंकवादियों को आतंकी घटना करने के लिए पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार और विस्फोटक आने थे और आतंकी बंगाल में एक राजनेता की हत्या कर बंगाल में अशांति फैलाने की फिराक में थे. साथ ही उनके निशाने पर दिल्ली के रेलवे स्टेशन थे. गिरफ्तार दसवें आतंकी को पूछताछ के लिए बंगाल से दिल्ली के एनआईए मुख्यालय लाया गया है. अलकायदा मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार दसवें आतंकी का नाम शमीम अंसारी है, जिसे एनआईए ने बंगाल पुलिस के सहयोग से मुर्शिदाबाद से गिरफ्तार किया है. शमीम नाम का यह शख्स अलकायदा मॉड्यूल में अहम भूमिका रखता है और 18 सितंबर को मॉड्यूल की बैठक में भी ये शख्स शामिल था. इस बैठक में धमाकों के लिए फंडिंग एकत्र करने और कश्मीर जाकर हथियार लाने को अंतिम रूपरेखा दी गई थी. एनआईए सूत्रों के मुताबिक अब तक की पूछताछ के दौरान सामने आया है कि इन आंतकियों के लिए वारदातों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियार और विस्फोटक आने थे. साथ ही ये आंतकी बंगाल के एक राजनेता की हत्या कर एक तीर से दो निशाने करने की फिराक में थे. सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान पता चला कि आतंकियों के निशाने पर बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप राय थे. दिलीप राय भाजपा से सांसद भी हैं. आतंकियों का मकसद था कि यदि दिलीप राय उनके निशाने पर आ जाते हैं, तो जहां उनका एक टारगेट पूरा होगा वहीं इस वारदात से बंगाल में अशांति फैलना तय था, क्योंकि राजनैतिक पार्टियां एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाती और आतंकी आराम से बच जाते. सूत्रों ने बताया कि इनके कट्टरवाद को देखते हुए पाकिस्तान में बैठे इनके आकाओं ने इन्हें हथियार और विस्फोटक ड्रोन के जरिए भेजते, जिन्हें लेने के लिए इनकी एक टीम को कश्मीर पहुंचने के लिए कहा गया था. अब तक की जांच के दौरान पता चला है कि पाकिस्तान ने आतंक की नई रणनीति के तहत कराची और पेशावर में भारतीय कट्टरवादियों की भर्ती के लिए नया कंप्यूटर ऑनलाइन भर्ती सेंटर खुलवा दिए हैं, जहां अलकायदा तथा अन्य आतंकी संगठनों के लोग ऑनलाइन वेबसाइटों के जरिए अपने मतलब के लोगों को जेहादी बनाते हैं और ऑनलाइन डेढ़ महीने की ट्रेनिग के बाद इन लोगों को आतंकी घटना करने को कहा जाता है. सूत्रों ने बताया कि अब तक की पूछताछ के दौरान पता चला है कि इन लोगों के निशाने पर दिल्ली के रेलवे स्टेशन भी थे, क्योंकि पहले इन लोगों को दिल्ली में एक धार्मिक स्थल को निशाना बनाने को कहा गया था, लेकिन बाद में कहा गया कि धार्मिक स्थलों पर भीड़ कम है और ट्रेनें चलनी शुरू हो गई हैं, लिहाजा रेलवे स्टेशनों को टारगेट किया जाए, जिससे लोगों में दहशत ज्यादा फैलेगी. एनआईए इस मामले में गिरफ्तार दसवें आरोपी शमीम अंसारी को पूछताछ के लिए एनआईए हेड क्वार्टर दिल्ली लाई है, जहां आशा की जा रही है कि पूछताछ के दौरान कुछ और अहम खुलासे हो सकते हैं, ध्यान रहे कि एनआईए ने इस मामले में पहले 9 आतंकियों को गिरफ्तार किया था और अब फरार दसवें आतंकी को भी दबोच लिया गया है.

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