प्रांतीय वॉच

विधायक संतराम नेताम ने किया लीहागांव गौठान का निरीक्षण

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गौधन न्याय योजना से हो रहे लाभ के सम्बंध में ग्रामीणों से की चर्चा
केशकाल।   राज्य सरकार द्वारा जब गोधन न्याय योजना की शुरुआत हुई थी जब सरकार के द्वारा दो रुपए किलो में गोबर खरीदने की बात कही जा रही थी। तब भाजपा एवं अन्य विरोधियों ने इस का मजाक उड़ाया था, ऐसा लग रहा था कि 2 रुपये किलो में गोबर बेचने कौन जाएगा। लेकिन ग्राम पंचायत लिहागांव में गोशन न्याय योजना का व्यापक असर देखने को मिला है जहां इस समय कोविड 19 के चलते लोग रोजगार के लिए तरस रहे हैं, उस स्थिति में यहां गोबर लोगों का रोजगार का जरिया बन चुका है। उक्त बातें केशकाल विधायक संतराम नेताम ने गोठान केन्द्र लिहागांव मे उपस्थित ग्रामीणों से कही।
गोबर बेचकर ग्रामीणों को हो रही है हजारों रुपए की आमदनी
ग्राम लिहागांव मे निरीक्षण के दौरान विधायक ने पाया कि एक एक आदमी यहां 10 से 15 हजार रुपए तक का गोबर बेच चुके हैं। एक छात्र खेमेश्वर बघेल ने बताया कि वह अब तक लगभग 15 हजार रुपए का गोबर बेच चुका है वहीं धरमदास ने बताया कि वह अकेले लगभग 12 हजार रुपए का गोबर बेचा है। इसके अलावा कई ग्रामीणों ने बताया कि वे प्रतिदिन 50 से 100 रुपये का गोबर बेच रहे हैं। जिससे कोरोना काल मे उनकी रोजमर्रा की खर्च निकल रही है।
विधायक ने नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी योजना का किया निरीक्षण
केशकाल विधायक संतराम नेताम ने ग्राम पंचायत लिहागांव के गोठान में पहुंचकर नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना का निरीक्षण किया तो उन्होंने पाया कि यहां लोगों को इस योजना से काफी रूचि है तथा यह योजना सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच रही है। उन्होंने ग्रामीणों से मुखातिब होते हुए पूछा की गोठान केंद्र में क्या कमियां हैं तब वहां ग्रामीणों ने बताया कि अब तक यहां ट्यूबेल एवं विद्युत की व्यवस्था नहीं हो पाई है तो इस पर विधायक ने तत्काल व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। विधायक संतराम नेताम ने वहां उपस्थित चरवाहों को बुलाकर उनकी समस्या के बारे मे पूछा तो वहां उपस्थित 3 चरवाहों ने बताया कि जब से गोधन न्या योजना लागू हुआ है तब से उन्हें प्रतिदिन 200 से 300 रुपये की अतिरिक्त आमदनी हो रही है। इसके पूर्व उनकी हालत बेहद खराब थी वे सालाना हिसाब से किसानों की गाय बैल चराते थे। चरवाहों ने बताया कि वह गाय  चराने के अलावा गोबर भी एकत्र करते हैं तथा गोबर से ही उन्हें लगभग 200 से 300 रुपये की अलग आमदनी होती है।
गांव में दो महिला समूहों के द्वारा की जाती है गोबर खरीदी
ग्राम लिहागांव मे जय अंबे समूह एवं मा दंतेश्वरी समूह महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा गोबर खरीदी किया जाता है। दोनों समूहों की महिलाओं ने विधायक को बताया कि वे प्रतिदिन 8 से 11 बजे यहां ड्यूटी करती हैं तथा ग्रामीणों का गोबर बेचने के प्रति रुझान लगातार बढ़ता हुआ दिख रहा है। पहले कम लोग गोबर बेचने आते थे किंतु अब धीरे-धीरे लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है तथा दूर दराज से भी लोग यहां पहुंच रहे हैं।
वर्मी कम्पोस्ट बनाने में जुटी हुई हैं लीहागांव स्वसहायता समूह की महिलाएं 
महिला समूह ने बताया कि वर्मी कंपोस्ट के लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है तथा केंचुआ डालकर शीघ्र ही वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा। जिसे किसानों को 8 रुपये प्रति किलो के दर पर बेचा जाएगा। एक और जहां उन्हें 2 किलो में गोबर खरीदने के लिए स्वयं का लागत पूंजी लगाना नहीं पड़ रहा है वहीं उसी गोबर से वर्मी कंपोस्ट तैयार कर 8 रुपये प्रति किलो पर बेचा जाएगा जिससे किसानों को जैविक खाद की प्राप्ति तो होगी ही साथ ही महिलाओं को रोजगार भी मिल सकेगा। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को विधायक ने बताया कि यह सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना है जिसे धीरे-धीरे अमलीजामा पहनाया जा रहा है। अधिकारियों एवं किसानों की सक्रियता से यह योजना अब मूर्त रूप ले रही है तथा लोगों को इससे लाभ होता दिख रहा है। उन्होंने बताया कि वह इस संबंध में मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे ताकि भविष्य में इसे और अधिक वृहद रूप दिया जा सके। गांव के गोठन केंद्र को अन्य सुविधाओं से जोड़ने हेतु चर्चा करेंगे विधायक के द्वारा चारा पानी ,नाडेप आदि का निरीक्षण भी किया गया। इस आवसर पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष हीरालाल नेताम, बिरन नेताम, राधेलाल बघेल, आसाराम नेताम, भुनेश्वरी कोराम, कमलेश ठाकुर, मनोज तिवारी, ज्ञानदास कोराम, जोहन कुलदीप, लखेश्वरी पटेल सहित कई जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे इसके अलावा प्रमुख रूप से सीईओ बडेराजपुर अशोक ठाकुर, वरिष्ठ कृषि अधिकारी चंद्रशेखर कश्यप, इंजीनियर नरेंद्र भगत सहित कई अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
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