रायबरेली : उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के सरायमीर में एक हादसा हो गया। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (इग्रूआ) का प्रशिक्षु विमान खराब मौसम में फंसकर क्रैश हो गया। विमान हादसे में प्रशिक्षु पायलट की मौत हो गई। ट्रेनिंग ले रहा यह छात्र पलवल (हरियाणा) का रहने वाला है। दूसरा ट्रेनी पायलट लापता है। उड़ान अकादमी मैं इस समय सुबह शाम प्रशिक्षु उड़ाने छोटे एयरक्राफ्ट से चल रही है। सोमवार की सुबह करीब 8 एयरक्राफ्ट ने फुरसतगंज एयरपोर्ट से प्रशिक्षु उड़ाने भरी थी। सिंगल इंजन वाले टीबी-20 एयरक्राफ्ट को लेकर ट्रेनी छात्र कोणार्क शरण सुबह तकरीबन 11:00 बजे ट्रेनी फ्लाइट पर निकला था। दोपहर में एयरक्राफ्ट का संपर्क एटीसी से टूट गया। बाद में पता चला कि विमान मऊ आजमगढ़ के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना में ट्रेनी छात्र कोणार्क शरण की मौत हो गई। दुर्घटना को देखते हुए उड़ान अकादमी के कार्यवाहक निदेशक को आशंका है कि खराब मौसम में फंस कर हादसा हुआ होगा। उन्होंने कहा कि स्थिति जांच होने के बाद ही पूरी तरह से स्पष्ट होगी। इसके पहले भी खराब मौसम में फंसकर अकादमी के प्रशिक्षु विमान दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं।
125 घंटे की उड़ान पूरी कर चुका था कोणार्क
उड़ान अकादमी के कार्यवाहक निदेशक ने बताया कि सोलो ट्रेनी फ्लाइट पर पर निकला छात्र कोणार्क शरण कमर्शियल पायलट लाइसेंस की ट्रेनिंग ले रहा था। वह अभी तक 125 घंटे की उड़ान पूरी कर चुका था पूरी ट्रेनिंग के दौरान 200 घंटे की उड़ान पूरी करनी होती है।
कई महीनों पहले अलीगढ़ में भी क्रैश हुआ था एयरक्राफ्ट
उत्तर प्रदेश के ही अलीगढ़ में कुछ महीनों पहले एक निजी कंपनी का ट्रेनी एयरक्राफ्ट लैंडिंग के दौरान हवाई पट्?टी पर क्रैश हो गया था। क्रैश के बाद इसमें आग लग गई थी। इससे पहले इसमें सवार सभी 6 लोग सुरक्षित निकलने में कामयाब रहे थे। बताया गया था कि विमान का पहिया बिजली के तार में फंसने की वजह से यह हादसा हुआ था। यह विमान दिल्ली से मरम्मत के लिए लाया गया था।
मऊ में गिरा था वायुसेना का लड़ाकू विमान
मऊ। जनपद के मधुबन थाना क्षेत्र के ढिलई फिरोजपुर मे एक खेत में भारतीय सेना का एक लड़ाकू विमान मिग 21 दुर्घटना ग्रस्त होकर 4 अगस्त 2011 को जमीन पर गिर गया था। इसमें इलाहाबाद जिले के फाफामऊ निवासी पायलट मनोज कुमार पांडेय की मौत हो गई थी। इसके चपेट में आने से 14 वर्षीय रीमा साहनी पुत्री नागेश्वर की मौत हो गई थी। इसकी मां बुचिया देवी व गांव की ही मुलिया देवी भी घायल हो गई थी। यह सभी खेत में काम कर रही थीं।