कोरबा: कुसमुंडा खदान के स्टॉक यार्ड में लगी आग और अधिक धधक उठी है। आग बुझाने के सभी प्रयास अब तक विफल साबित हुए हैं। इसका खामियाजा रेलवे को भुगतना पड़ रहा। मध्य प्रदेश के झाबुआ जा रही एक मालगाड़ी के 15 वैगन में आग फैल गई। किसी तरह बुझा कर इस गाड़ी को आगे रवाना किया गया, पर बिलासपुर के उसलापुर में फिर आग लगने से धुआं उठने लगा। रेल प्रबंधन ने कुसमुंडा स्टॉक यार्ड में शनिवार को रैक नहीं भेजी। इसकी वजह से कोयला परिवहन में लगे सात रैक प्रभावित हुए।
साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की कुसमुंडा खदान का स्टॉक यार्ड लंबे समय से आग की चपेट में है। यहां भंडारित कोयले की आग बुझाई नहीं जा सकी है। यार्ड से कोयला मालगा़ड़ी में लोड करने की वजह से रेलवे को नुकसान हो रहा। जलता कोयला लोड किए जाने की वजह से मालगा़ड़ी आग की चपेट में आ जा रही। यहां से मध्य प्रदेश के झाबुआ के लिए रवाना हुई एक रैक के 15 वैगन में आग लग जाने से सरगबुंदिया रेलवे स्टेशन के पास गाड़ी रोक कर आग बुझाई गई। 10 घंटे की मशक्कत के बाद चार दमकल ने आग पर काबू पाया। यहां से रवाना की गई मालगा़ड़ी तड़के करीब चार बजे बिलासपुर के उसलापुर स्टेशन पहुंची, जहां फिर से वैगन में लोड कोयले से धुआं निकलने लगा। बताया जा रहा है कि आग लगने से वैगन काफी गर्म हो चुका है। रास्ते में हवा लगने से पुनः भड़की आग को बुझाने दो दमकल बुलानी पड़ी। नौ घंटे तक मशक्कत करने के बाद स्थिति सामान्य हुई और मालगाड़ी रवाना की गई।
अब तक दो करोड़ का कोयला खाक
कुसमुंडा स्टॉक यार्ड में जून माह से कोयले में आग लगी हुई है। भारी बारिश से भी आग नहीं बुझी। एसईसीएल प्रबंधन का दावा है कि इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा। जिस स्थल पर आग नहीं लगी है, वहां से कोयला डिस्पैच किया जा रहा। सूत्रों का दावा है कि अब तक दो करोड़ से अधिक का कोयला जलकर खाक हो चुका है। जब तक कोयला का स्टॉक अलग नहीं किया जाएगा, आग पर काबू पाना मुश्किल है। आग बुझाने पर अब तक लाखों खर्च किया जा चुका है।
एसईसीएल प्रबंधन को पत्र लिखकर स्टॉक यार्ड की जगह खदान से फ्रेश कोयला लोड करने कहा गया है। भविष्य में स्थिति में सुधार नहीं किया गया तो मालगाड़ी विलंब होने के प्रावधान के अनुसार डेमरेज चार्ज किया जाएगा। साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।