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सड़क निर्माण कार्य पूर्णता की अवधि समाप्त, फिर भी कार्य अधूरा  

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  • अधूरा बना सड़क भी हो गया जर्जर
 
केशकाल : सड़क निर्माण के नाम पर कहीं लंबी दूरी तक गड्ढे खोद दिए हैं तो कहीं पुल निर्माण के नाम पर बड़े-बड़े खाई बना दिए गए हैं । स्थिति ऐसी है कि इस सड़क पर चलने वालों के गंतव्य तक पहुंचने की कोई गारंटी नहीं है। बल्कि कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ऐसा नहीं कि अब तक कोई हादसा नहीं हुआ है। दरअसल इस सड़क पर चलने वालों के साथ कई हादसे हुए हैं।
 लोक निर्माण विभाग कोंडागांव के अंतर्गत ग्राम मचली विश्रामपुरी से दुधावा सालेटोला मार्ग का कार्य 5 सितंबर 2018 को शुरू हुआ था। 15.6 किमी की कुल 2847.34 लाख रूपये की लागत से बन रहे इस सड़क का निर्माण बाफना कंस्ट्रक्शन दुर्ग के द्वारा किया जा रहा है। यह कार्य भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय के वित्तीय सहयोग परियोजना के सहयोग से चल रहा है।
एक्सटेंशन के बाद भी पूर्ण नहीं हो पा रहा कार्य
18 माह की अवधि में कार्य समाप्त होना था किंतु अब तक यहां निर्माण कार्य आधा भी नहीं हुआ है। कार्य पूर्णता की अवधि समाप्त हो चुकी है। अब एक्सटेंशन पर कार्य चल रहा है । बरसात के पूर्व पुलनिर्माण के लिए बड़े बड़े गड्ढे खोद दिए गए हैं। ऊपर से यह संकरा एवं उतार-चढ़ाव वाला मार्ग है जिससे इस सड़क पर चलना दुर्घटना को आमंत्रित करने के बराबर है।  ठेकेदार के द्वारा किए जा रहे इस कार्य कब तक पूर्ण होगा ना तो यह ठेकेदार बता पा रहा है न विभाग के अधिकारी ही इस पर कुछ बता पाने में सक्षम है क्योंकि सड़क निर्माण की तिथि पूर्णता की तिथि समाप्त हो चुकी है एक्सटेंशन पर काम चल रहा है बावजूद इसके कार्य अब तक आधा भी नहीं हो पाया है कार्य को देखकर ऐसा नहीं लगता कि ठेकेदार एवं लोक निर्माण विभाग को कार्य पूर्ण करने में कोई रुचि है। सड़क की स्थिति ऐसी है कि इस सड़क से आने जाने वाले कई लोगों ने रास्ता ही बदल लिया है। इस सड़क पर चलना खतरे से खाली नहीं है। जिसके चलते जो लोग 20 से 25 किलोमीटर की दूरी तय करके घर पहुंच सकते हैं वे अब कांकेर सरोना होकर 70 से 80 किलोमीटर की दूरी तय करके गंतव्य तक पहुंच रहे हैं क्योंकि इस सड़क पर चलना खतरे से खाली नहीं है।
 कभी भी फंस सकती है वाहन
सड़क की स्थिति ऐसी बना दी गई है कि सड़क पर चलने वाले चार पहिया वाहन कहीं भी फंस सकती है या दुर्घटनाग्रस्त हो सकती है। छोटे छोटे नालों के बीच जंगल झाड़ियों के बीच डायवर्सन बनाया गया था जो बारिश में बह चुका है पुल निर्माण जहां पर किया गया है वहां पिचिंग का कार्य नहीं किया गया साइड फोल्डर महीनों से खोदकर छोड़ दिया गया है। जिससे सड़क खतरनाक स्थिति में है। सड़क पर निरीक्षण के नाम पर क्षेत्र के एकमात्र इंजीनियर ही पहुंचते हैं। भारी-भरकम लागत की सड़क को देखते हुए यहां उच्चाधिकारियों की मानिटरिंग जरूरी है किंतु यहां उच्चाधिकारी कभी नहीं पहुंचते यहां तक कोंडागांव में पदस्थ कार्यपालन अभियंता भी सड़क के निरीक्षण में आज तक नहीं पहुंचे।
 ठेकेदार को पूरी छूट दे दी गई है
 यहां ठेकेदार भी नहीं आता उनके मुंशी एवं मजदूर ही कार्य स्थल पर दिखाई देते हैं जो अपने तरीके से मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इंजीनियर एवं विभाग के कार्यपालन अभियंता के दिशा निर्देश के बिना यह कार्य कैसा हो रहा है। चुकि इस सड़क पर  प्रशासनिक अधिकारियों एवं विभाग के उच्च अधिकारियों का आना जाना कभी नहीं होता जिससे यहां ठेकेदार को खुली छूट मिल गई है। बताया जा रहा है कि इस सड़क के कार्य को लेकर यदि उच्च स्तरीय जांच की जाए तो बड़े खुलासे हो सकते हैं।
केशकाल घाटी का विकल्प बन सकती थी यह सड़क
 इस सड़क का निर्माण अपने आप में काफी महत्व रखता है क्योंकि जब केशकाल घाट मे जाम लगता है तो लोग इस सड़क से गंतव्य तक पहुंचते हैं। यह सड़क धमतरी एवं कांकेर को जोड़ती है तथा यहां से जाने वालों को दूरी भी कम पड़ती है। यदि इस सड़क का सही ढंग से निर्माण हो तो क्षेत्र के लोगों को बड़ी सुविधा मिल सकती है। इस सड़क के निर्माण की शुरुआत हुई तो लोगों में अपार खुशी थी केशकाल घाटी का विकल्प बन सकता है किंतु सड़क के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने से लोग निराश दिखाई दे रहे हैं।
 कंस्ट्रक्शन पर होने के कारण सड़क खराब है-ई ई
 लोक निर्माण विभाग कार्यपालन अभियंता एच एस सलाम जिला कोंडागांव ने बताया कि कार्य निर्माणाधीन होने के कारण सड़क में खराब स्थिति बनी है। बारिश के कारण सड़क बाधित हो रहा है।
 ठेकेदार को दिया गया एक्सटेंशन कब खत्म होगा यह तो फाइल देखकर ही बताया जा सकता है।
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