दिल्ली। एक वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि रूस ने पाकिस्तान को दस लाख कोरोना टीके गिफ्ट में दिए हैं. ये भी कहा जा रहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे गिफ्ट नहीं, बल्कि रूसी वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल करार दिया है.क्या रूस ने पाकिस्तान को दस लाख कोरोना टीके गिफ्ट में दिए?क्या रूस ने पाकिस्तान को दस लाख कोरोना टीके गिफ्ट में दिए?व्हाट्सएप और फेसबुक पर वायरल एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि रूस ने पाकिस्तान को दस लाख कोरोना टीके गिफ्ट में दिए हैं. ये भी कहा जा रहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसे गिफ्ट नहीं, बल्कि रूसी वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल करार दिया है.कई यूजर्स ने इसी मैसेज का एक लंबा वर्जन फेसबुक पर शेयर किया है, जिसमें कहा गया है, “खबरों के अनुसार, रूस ने पाकिस्तान को एक मिलियन टीके गिफ्ट में दिए हैं.
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान इसे पाकिस्तान की राजनयिक जीत और भारत के करीबी देशों के साथ अपने मजबूत संबंधों का संकेत बता रहे हैं. हालांकि, डब्ल्यूएचओ का मानना है कि ये कोई उपहार नहीं है, बल्कि रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक का तीसरे चरण का ह्युमन ट्रायल है.”कीवर्ड्स सर्च की मदद से हमें नाम की वेबसाइट पर 14 अगस्त, 2020 को छपा एक लेख मिला. इसका शीर्षक है, “चीन के बाद, रूस ने पाकिस्तान को 10 लाख कोरोना वैक्सीन दी; डब्ल्यूएचओ इसे ह्युमन ट्रायल का तीसरा चरण माना”. हमने पाया कि वायरल पोस्ट सीधा यहीं से उड़ाई गई है.एक व्यंग्य पोर्टल है. वेबसाइट के डिस्क्लेमर सेक्शन में स्पष्ट तौर पर लिखा है, “इस वेबसाइट के सभी कंटेंट काल्पनिक हैं”. इसलिए, जिस लेख में रूस की ओर से पाकिस्तान को 10 लाख वैक्सीन गिफ्ट करने की बात लिखी गई है, वह भी सच से कोसों दूर है.हमें कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं, जिनमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने हाल ही में पहली बार कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल को मंजूरी दी है. ये वैक्सीन चीन की कैन्सिनो बायोलॉजिक्स और बीजिंग इंस्टीट्यूट आफ बायोटेक्नोलॉजी मिलकर बना रहे हैं.लेकिन हमें किसी विश्वसनीय स्रोत से ये सूचना नहीं मिली कि रूस अपनी वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल पाकिस्तान में कर रहा है. रूस ने पाकिस्तान को कोरोना वैक्सीन गिफ्ट की है, इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है.