बीड : जब इंसानियत मरती है तो ऐसी खबरें सामने आती हैं। घटनाक्रम महाराष्ट्र के बीड का है। यहां एक नाबालिग काम की तलाश में घर से बाहर निकली तो मदद के नाम पर वहशी ही मिले। 6 माह में 400 लोगों ने दुष्कर्म किया। इनमें पुलिसवाले भी शामिल रहे। अब पीड़िता दो माह की गर्भवती है। खुद पुलिस के पास पहुंची तो शिकायत दर्ज हुई। 9 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, लेकिन अब तक 3 की ही गिरफ्तारी हुई है। मामले की जांच जारी है। पीड़िता बहुत गरीब परिवार से है जो मजदूरी करके पेट पालता है।
बीड जिले में अम्बेजोगई नामक जगह है। दो साल पहले पीड़िता की मां की मौत हो गई। पिता ने भी बेटी से पीछा छुड़ाने के लिए उसका बाल विवाह करवा दिया। मासूम नए घर में गई, जहां ससुर बुरी नजर रखता था। करीब डेढ़ साल तक उसकी प्रताड़नाएं सहीं। जब हालात बदतर हुए तो फिर पिता के घर चली आई। कुछ दिन रहने के बाद काम की तलाश में घर से बाहर निकली।
नाबालिक की पहली मुकालात एक अकादमी से जुड़े दो लोगों से हुई। नौकरी देने का वादा करके दोनों ने उसका गलत फायदा उठाया और रेप किया। अगले छह माह तक ऐसी ही दरिंगदी होती रही। कुल 400 लोगों ने उसका रेप किया।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में लिखा है कि वह आपबीती लेकर अम्बेजोगई थाने में गई थी। यहां किसी ने उसकी फरियाद नहीं सुनी। उल्टा ऑन ड्युल पुलिसकर्मी मदद करने के बहाने उसे अपने घर ले गया और रेप किया। अभी लड़की चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पास है। इलाके के एसपी आर. राजा ने मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं। बाल विवाह अधिनियम, बलात्कार, छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।