(चंडीगढ़): प्रसिद्ध पंजाबी गायक और अभिनेता राजवीर जवंदा का बुधवार को निधन हो गया। वह 11 दिन पहले हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में हुए एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनकी मृत्यु मोहाली स्थित एक निजी अस्पताल में हुई, जहां उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था।
कई अंगों ने काम करना बंद किया
फोर्टिस अस्पताल मोहाली की ओर से जारी बयान में बताया गया कि 35 वर्षीय जवंदा को बुधवार सुबह 10:55 बजे मृत घोषित किया गया। बयान में कहा गया व्यापक चिकित्सा सहायता और न्यूरोसर्जरी टीम की निरंतर निगरानी के बावजूद आज सुबह उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया। हम उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं।”
27 सितंबर को हुआ था दर्दनाक हादसा
जवंदा 27 सितंबर को मोटरसाइकिल से शिमला जा रहे थे, जब हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में एक दुर्घटना हुई। इस हादसे में उन्हें सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोटें आईं। उन्हें पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर फोर्टिस मोहाली लाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्हें हृदयाघात भी हुआ।
गायकी से अभिनय तक चमकता सितारा
राजवीर जवंदा ने 2014 में ‘मुंडा लाइक मी’ गाने से अपने गायन करियर की शुरुआत की थी। 2016 में आए उनके गीत ‘काली जवंदे दी’ ने उन्हें प्रसिद्धि दिलाई। वह अपने लोकगीतों में आधुनिक पॉप संगीत का मेल बिठाने के लिए पहचाने जाते थे, जो युवा वर्ग में बेहद लोकप्रिय हुआ। उनके हिट गीतों में शामिल हैं: ‘तू दिस पेंदा’, ‘सरदारी’, ‘लैंडलॉर्ड’, ‘कंगनी’, ‘आफरीन’ आदि।
फिल्मी करियर में भी बनाई पहचान
जवंदा ने 2018 में ‘सूबेदार जोगिंदर सिंह’, 2019 में ‘जिंद जान’ और ‘मिंदो तसीलदारनी’ जैसी पंजाबी फिल्मों में भी अभिनय किया था। वह लुधियाना के पोना गांव से थे और बचपन में पुलिस अधिकारी बनने का सपना देखते थे, जिसे उन्होंने गायक बनने के लिए छोड़ दिया।
एक सांस्कृतिक सितारे का असमय अंत
राजवीर जवंदा का यूं अचानक जाना पंजाबी संगीत और सिनेमा जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कम समय में जो मुकाम हासिल किया, वह आज के युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा है।

